शुक्र 12वे भाव का फल

शुक्र एक भौतिकता का ग्रह है, आज के दौर में सभी को लग्जरियस लाइफ जीने की लालसा होती है। और हर कोई इस लालसा से कोसो दूर रहते हैं। पति पत्नी का प्यार भी शुक्र है और कुंडली के 12वे भाव रूम के अंदर का विस्तार, चुकी इसे रोमांस का घर या जगह बोल सकते हैं। कुंडली में शुक्र पीड़ित होने पर पति पत्नी के बीच प्यार और रोमांस पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जाता है फिर शुरू होती है झगड़े, क्लेश अलगाव चुकी जहां प्यार नही वहां सिर्फ नफरत ही रह जाता है।

शुक्र वो तमाम साधन है जिसकी कल्पना छोटे से छोटे ओर बड़े से बड़े इंसान करते हैं। क्यू ना करे भाई आखिर जन्म लिए है तो सुख और भौतिक इच्छा भोगना लाजमी है। इस कलयुग में सिर्फ जो दिखता है वही बिकता है अर्थात जिसके पास अत्यधिक धन, गाड़ी, बांग्ला, नौकर चाकर और इनके वजह से समाज में इज्जत, रुतबा होगा समाज के लोग उन्ही को अपना दोस्त मानते हैं। यहां तक की अपने परिवार के लोग, रिश्तेदार तक कद्र नहीं करते अगर आप के पास धन और सुख साधन ना हो।

ऐसे में शुक्र कुंडली में मजबूत होना चाहिए। 12 वा घर शुक्र का सबसे प्रिय भाव माना जाता है। अगर शुक्र इस भाव में बैठे हुए हो तो जीवन में तमाम सुखों को पूरा करने की ताकत रखता है। चुकी काल पुरुष की कुंडली में 12 वे भाव का शुक्र उच्च का फल देने में सक्षम है। सर्त ये है कि इनके दिए गए धन सिर्फ भौतिक सुखों में खर्च करें। जैसे ही भौतिक सुखों में खर्च करना बंद करेंगे धन आना बंद हो जायेगा।

शुक्र को बलवान बनाने का सब से अच्छा उपाय अपने घर के महिलाओं और पत्नी को सम्मान दें।

गाय की सेवा करे।

पंचामृत जैसे:- कच्चा दूध, दही, गुड, शहद को मिलाकर एक बर्तन में लेकर शुक्रवार के दिन भोले बाबा के मंदिर में शिवलिंग के उपर अपने हाथो से लेप करे कुछ शुक्रवार ये विधि करने से शुक्र मजबूत होना शुरू हो जाएगा और आप के सभी रास्ते खुद खुलना शुरू हो जाएंगे।

यहां पे बैठा शुक्र आप को विदेश यात्रा करवा सकता है इसके लिए लग्नेश का मजबूत होना जरूरी है।

1 thought on “शुक्र 12वे भाव का फल”

  1. Very informative,,Raj sir is very good man as well as good astrologer,,He has a lot of knowledge related to astrology, I have never seen such a good astrologer in my life.

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